नगरपालिकाऔर दोशियन कंपनी की मिलीभगत?

शिवपुरी:-बदनाम दोशियान ने अन्य फर्म के नाम से डाला टेंडर।??
अध्यक्ष, सीएमओ और बाबू पर सेटिंग का आरोप, तीन दिन से जमे हुए हैं अहमदाबाद में
शिवपुरी। सिंध जलावर्धन योजना के क्रियान्वयन में बदनाम हो चुकी दोशियान से त्रस्त होकर ही नई पाइप लाइन डालने हेतु नगरीय प्रशासन विभाग ने पुन: टेंडर आमंत्रित किए हैं। नगर पालिका ने सतनबाडा़ फिल्टर प्लांट से शहर तक एवं डूब क्षेत्र में पाइप लाइन बदलने तथा शहर में 8 किमी वितरण लाइन डालने हेतु लगभग 12 करोड़ के टेंडर बुलाए हैं। जिसमें पीछे के रास्ते से नगर पालिका के भ्रष्टाचार में डूबे पदाधिकारियों और अधिकारियों ने दोशियान को ही एक बार फिर से काम देने की तैयारी कर ली है। सूत्र बताते हैं कि टेंडर प्राप्त करने के लिए दोशियान ने एक अन्य कम्पनी के नाम से टेंडर डाला है और इस मिली भगत में नगर पालिका की भ्रष्ट लोबी शामिल हैं। सूत्रों की माने तो नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ और एक बाबू तथा अध्यक्ष का निकटस्थ रिश्तेदार पिछले तीन दिनों से दोशियान के मुख्यालय अहमदाबाद में जमे हुए हैं। जहां टेंडर लेने के लिए पुन: ताना बाना बुना जा रहा है।
सिंध जलावर्धन योजना का कार्य वर्ष 2009 में प्रारंभ हुआ और इसका टेंडर दोशियान के पक्ष में स्वीकृत हुआ। टेंडर की शर्ताे के अनुसार दोशियान को वर्ष 2011 में अर्थात दो साल में शिवपुरी शहर में सिंध पेयजल की सप्लाई करनी थी। लेकिन दोशियान वर्ष 2018 तक भी अपने काम को पूर्ण नहीं कर पाई। जनवरी 2018 में दोशियान ने ग्वालियर वायपास पर पानी लाने का दाबा किया और इसके बाद स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने शहर में जलाभिषेक यात्रा भी निकाली जिसका पूरे नगरवासियों ने दिल खोलकर स्वागत किया। लेकिन इसके बाद से लगातार पाइप लाइन में लीकेज हो रहे है और सिंध का पानी शहर में नहीं आ पा रहा। यदि एक दिन सप्लाई भी होती है तो लीकेज के कारण तीन दिन तक सप्लाई बंद रहती है। इस कारण दोशियान से निराश होकर नगरीय प्रशासन विभाग ने नई पाइप लाइन डालने के लिए टेंडर आमंत्रित किए है। क्योंकि यह तय हो गया था कि पुरानी घटिया पाइप लाइन के कारण सिंध का पानी शहर में नहीं आ सकता है। पाइप लाइन में लगातार लीकेज के कारण शिवपुरीवासी जल संकट से इस गर्मी में काफी परेशान रहे। इस कारण नगर पालिका ने शिवपुरीवासियों को राहत दिलाने के लिए नई पाइप लाइन डालने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जिसमें बताया जाता है कि सबसे कम दर 13 करोड़ रूपए ओमशांति कंस्ट्रक्शन फर्म ने डाली है। खासबात यह है कि सिंध जलावर्धन योजना का जो काम दोशियान कम्पनी कर रही है उसका प्रोजेक्ट मैनेजर महेश मिश्रा है और प्रो. रक्षित दोषी है। जबकि ओमशांति कंस्ट्रक्शन का महेश मिश्रा है, जोकि वर्तमान में दोशियान कम्पनी का प्रोजेक्ट मैनेजर है। इससे प्रथम दृष्टि में जाहिर हो रहा है कि दोशियान कम्पनी ही जिसके कर्मो ने शिवपुरीवासियों को परेशान कर रखा है, उसे ही टेंडर देने की तैयारी की जा रही है। नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ और बाबू दोशियान के मुख्यालय अहमदाबाद गए हुए हैं। बताया जाता है कि वह दोशियान कम्पनी की बैंक गारंटी को तुड़वाने के लिए गए है। लेकिन नगर पालिका सूत्रों का कथन है कि अनुबंध की जो शर्ते है वह दोशियान के पक्ष में हैं और बैंक गारंटी टूटना संभव नजर नहीं आ रहा।

अनुबंध में हो पारदर्शिता
पूर्व की भांति नगर पालिका द्वारा सिंध जलावर्धन योजना की लाईन बिछाने के लिए जो टेंडर लगाए गए हैं उनके अनुबंध मेें पारदर्शिता होना चाहिए। क्योंकि पूर्व में गोपनीय तरीके से अनुबंध होने के कारण उसका खामियाजा शिवपुरी की जनता पिछले 11 वर्ष से भुगत रही है। ऐसा कौन सा अनुबंध था कि पूरी नगर पालिका को शिवपुरी से चलकर अहमदाबाद तक पहुंचना पड़ा।
बाक्स
कहीं कोई सौदा तो नहीं
सूत्रों की माने तो अभी हाल ही में लगभग 12 करोड़ के सिंध जलावर्धन योजना के पाईप बिछाने के लिए नए टेंडर लगाए गए हैं। जिसमें अहमदाबाद की दो कम्पनियों ने टेंडर डाले है जिनमें ओमशांति कम्पनी द्वारा 13 करोड़ की रेट डाली गई है। वहीं एक दूसरी कम्पनी ने 14 करोड़ रूपए की रेट डाली गई है। सूत्रों द्वारा बताया तो यहां तक जाता है कि दोशियान कम्पनी के मालिक द्वारा किसी अपनी ही दूसरी फर्म को ओमशांति के नाम से टेंडर डलाए गए हैं, जो पूरा काम पुन: लेना चाहते है। और इसी तारतम्य में बीते रोज नगर पालिका के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि इसी बात की चर्चा को लेकर अहमदाबाद गए हुए हैं।
बाक्स
लाईन बिछाने के लिए तकनीकी लोगों के बनाई जाना चाहिए टीम
नगर पालिका में सिंध जलावर्धन योजना की लाईन को बिछाने के लिए पुन: टेंडर लगा दिए गए हैं। लेकिन पाइप लाइन को बिछाने का काम किसी भी कम्पनी को मिले लेकिन उससे पूर्व एक तकनीकी लोगों की एक टीम बनाकर पूरी लाइन का निरीक्षण कराकर ही बिछवाई जाए। जिससे पूर्व की भांति परेशानियों का सामना न करना पड़े।??

Comments