शिवपुरी महाविधालय का सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया लोकार्पण


शिवपुरी,  क्षेत्रीय सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शिवपुरी का लोकार्पण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृति, आयुष, चिकित्सा शिक्षा विभाग की मंत्री डाॅ.विजय लक्ष्मी साधौ ने की। कार्यक्रम में खाद्य, नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 
इस मौके पर पोहरी विधायक श्री सुरेश धाकड़, करैरा विधायक श्री जसवंत जाटव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री बैजनाथ यादव, नगर पालिका परिषद शिवपुरी के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल कुशवाह, पूर्व विधायक श्री गणेश गौतम, श्री हरिबल्लभ शुक्ला, श्री महेन्द्र यादव, श्री राजेन्द्र भारती, श्री महाराज सिंह, सांसद प्रतिनिधि श्री हरवीर सिंह रघुवंशी, संभागायुक्त श्री बी.एम.शर्मा, संचालक चिकित्सा शिक्षा डाॅ उल्का श्रीवास्तव, कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ.ईला गुजरिया सहित जनप्रतिनिधि एवं चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सगण आदि उपस्थित थे। 
श्री सिंधिया ने चिकित्सा महाविद्यालय शिवपुरी के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में तीन दाता बड़े महत्वपूर्ण होते है, किसान के रूप में अन्नदाता जो स्वयं के लिए नहीं बल्कि अन्न पैदा कर वह संपूर्ण देश का पेट भरता है, दूसरा ज्ञानदाता के रूप में शिक्षक होता है, जो सभी को शिक्षा प्रदाय करता है। जबकि तीसरा जानदाता के रूप में चिकित्सक जो लोगों का उपचार ही नहीं करता बल्कि उनको जीवनदान देता है। चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी 18-18 घण्टे कार्य कर एक-एक परिवार की आशा के दीपक में घी देकर उन्हें जीवनदान देने का कार्य करते है। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री गुलाम नवी आजाद ने 190 करोड़ की लागत के बनने वाले इस चिकित्सा महाविद्यालय की घोषणा की थी, जो आज पूर्ण है। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में 300 बिस्तरों के उन्नयन एवं आधुनिकीकरण हेतु एनआरएचएम के तहत 19 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत कराई गई। 
सांसद श्री सिंधिया ने कहा कि शिवपुरी जिला चिकित्सालय में स्थित आईसीयू जो 18 माह से बंद था, जहां चिकित्सक नही थे। उसे उनके द्वारा प्रभारी मंत्री को भेजकर पुनः आईसीयू शुरू कराया गया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा संकल्प लिया था कि क्षेत्र की जनता को जिला चिकित्सालय के उन्नयनीकरण के साथ-साथ लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा आने वाले 50 वर्षों तक प्राप्त हो, इसके लिए शिवपुरी मेडीकल काॅलेज शुरू किया गया है। इस चिकित्सा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष में 150 चिकित्सक तैयार होकर निकलेंगे। इस प्रकार 4 वर्षों में 600 चिकित्सक जीवनदाता के रूप में संपूर्ण ग्वालियर संभाग सहित बुंदेलखण्ड के लोगों को भी अपनी सेवा देंगेे। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय का उन्नयनीकरण कर 300 बिस्तरों का चिकित्सालय बनकर तैयार हो गया है। इसी प्रकार मेडीकल काॅलेज में भी 300 बिस्तरों का एक अलग चिकित्सालय बनेगा। प्रतिवर्ष 100 बिस्तरों का भी इजाफा किया जाएगा। इस प्रकार मेडीकल काॅलेज एवं जिला चिकित्सालय को एक हजार बिस्तरों की सुविधा प्राप्त होगी। इस मेडीकल काॅलेज में 15 प्रयोगशालाएं, 14 ए.सी.क्लास रूम बनाए गए है। 
श्री सिंधिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि 31 मई तक मढ़ीखेड़ा जलावर्धन योजना का पानी शहर की टंकियों तक पहुंचकर जून माह तक लोगों के घरों तक पानी पहुंचेगा। श्री सिंधिया ने कहा कि सतनवाड़ा में 110 करोड़ की लागत का सम्पबेल एवं फिल्टर प्लांट का निर्माण किया गया है। सतनवाड़ा में ही 125 करोड़ की लागत का एनटीपीसी का विश्व स्तरीय एक मात्र इंजीनियरिंग काॅलेज की भी स्थापना की गई है। सतनवाड़ा में ही 45 करोड़ की लागत के ऊर्जा मंत्रालय के एनटीपीआई का निर्माण भी किया जा रहा है। इस प्रकार शिवपुरी से 8 किलो मीटर दूर सतनवाड़ा में साढ़े 500 करोड़ की विकास योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है। जिसके कारण शिवपुरी की तस्वीर ही बदल जाएगी। 
प्रदेश में टेलीकम्यूनिकेशन के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाए मिलेगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डाॅ.विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि हम प्रदेश में टेली कम्यूनिकेशन के माध्यम से मेडीकल काॅलेज एवं जिला चिकित्सालय और स्वास्थ्य संस्थाओं को जोड़ने का कार्य किया जाएगा। जिससे प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता को सीधा आधुनिक चिकित्सा सुविधा का लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने इस मौके पर शिवपुरी चिकित्सा महाविद्यालय का नाम स्व. माधवराव सिंधिया के नाम पर नामकरण करने हेतु प्रकिया शीघ्र शुरू की जाएगी। 
डाॅ.साधौ ने कहा कि शिवपुरी चिकित्सा महाविद्यालय की जो आधारशिला रखी गई थी, आज पूर्ण होने पर जिले की जनता के साथ-साथ दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को भी आधुनिक चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रथम वर्ष में 150 छात्र इस चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे। 202 करोड़ की लागत से 52 एकड़ में महाविद्यालय की भव्य ईमारत निर्मित की गई है। इस महाविद्यालय में 300 बिस्तरों का चिकित्सालय रहेगा। इसके साथ ही चिकित्सकों के लिए आवास एवं छात्रों के लिए छात्रावास की भी व्यवस्था की गई है। जिससे प्रत्येक मरीज को बेहतर सुविधा मिल सके। इस महाविद्यालय को जिला चिकित्सालय से सम्बद्ध किया गया है। महाविद्यालय के लिए 19.4 करोड़ की राशि, उपकरणों एवं पुस्तकों के लिए आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ एवं सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से प्रदेश चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है। प्रदेश में 7 निर्माणाधीन काॅलेजों में 4 चिकित्सा महाविद्यालय शुरू हो गए है, 03 में कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व में मंत्री मण्डल के सभी सदस्य तत्परता के साथ अपने विभाग के माध्यम से जनता की सेवा कर रहे है। कमलनाथ सरकार जनता के द्वारा चुनी हुई जनता की सरकार है। इसलिए जनता के कार्य तेजी के साथ किए जा रहे है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में प्रदेश की जनता को बेहतर एवं आधुनिक चिकित्सा सेवाएं देने का जो वादा किया था। वह मेडीकल काॅलेज शुरू कर वचन निभाया है।
जिला चिकित्सालय के आईसीयू से मरीजों को मिलने लगी है सेवाएं
खाद्य, नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देशानुसार जिला चिकित्सालय शिवपुरी का 18 माह से बंद आईसीयू 2 दिन के अंदर चालू कर मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलना भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से घुना एवं कंकड़ युक्त गेंहू वितरित करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही की गई है। जिससे गरीबों को सही राशन मिले। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में प्रसुताओं को लड्डू भी मिलना शुरू हो गए है। उपार्जन केन्द्रों पर तौल के दौरान किसान का अधिक गेहूं तौलने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ.ईला गुजरिया ने स्वागत भाषण देते हुए चिकित्सा महाविद्यालय के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन चिकित्सा महाविद्यालय के नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ.गिरीश चतुर्वेदी ने किया। 



पेंशन के संबंध में जनपद पंचायत स्तर पर सम्मेलन सहप्रशिक्षण 07 एवं 08 मार्च को
शिवपुरी,  सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित समस्त पेंशन योजनाओं की जानकारी दिए जाने हेतु जनपद पंचायत स्तर पर सम्मेलन सहप्रशिक्षण 07 एवं 08 मार्च 2019 को आयोजित किए जाएगें। जिसके तहत जनपद स्तर पर 07 मार्च को शिवपुरी, पोहरी, कोलारस, बदरवास तथा 08 मार्च 2019 को जनपद पंचायत खनियांधाना, पिछोर करैरा एवं नरवर में सम्मेलन सहप्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि समस्त पेंशन योजनाओं की राशि बढ़ाकर 600 रूपए प्रति हितग्राही प्रतिमाह की गई है।  इस हेतु समस्त जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपनी जनपद पंचायत के साथ ही उस क्षेत्र की नगरपालिका एवं नगर पंचायत के समस्त हितग्राहियों को शासन द्वारा उनकी पेंशन राशि में वृद्धि की जानकारी, पेंशन वृद्धि के आदेश की प्रति वितरित किए जाने एवं समस्त ग्राम पंचायत सचिवों, सरपंचों तथा पेंशन हितग्राहियों को योजनाओं की जानकारी हेतु प्रशिक्षण कराएगें। 


                                                                             राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार हेतु सिद्धहस्त शिल्पियों से आवेदन आमंत्रित
शिवपुरी,  संत रविदास म.प्र.हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार वर्ष 2019-20 के लिए सिद्धहस्त शिल्पियों से कलाकृतियाँ आमंत्रित किए गए है। आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2019 निर्धारित की गई है। इच्छुक शिल्पी अपना आवेदन संत रविदास म.प्र.हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम कार्यालय या जिला ग्रामोद्योग अधिकारी कार्यालय जिला पंचायत में जमा कर सकता है। 
प्रबंधक एवं प्रभारी संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम मेला परिसर ग्वालियर ने बताया कि अभिरूचि प्राप्त होने की जिला स्तर पर अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2019 निर्धारित की गई है। कृति निर्माण एवं जिला स्तर पर जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2019 तक, जिला स्तरीय कमेटी की चयन प्रकिया 15 अक्टूबर 2019 तक, राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा चयन प्रक्रिया 15 नवम्बर 2019 के पूर्व, चयनित शिल्पियों को पुरस्कार वितरण 25 दिसम्बर 2019 के पूर्व तक किया जाएगा। निगम द्वारा प्रत्येक वर्ष राज्य के सिद्धहस्त शिल्पियों को राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार के रूप में प्रथम पुरस्कार 1 लाख रूपए, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार रूपए, तृतीय पुरस्कार 25 हजार रूपए एवं प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में 15 हजार रूपए की राशि प्रदाय की जाएगी। 
इस पुरस्कार अंतर्गत मध्यप्रदेश में निवास करने वाले शिल्पी ही पात्र होंगे। शिल्पी का पंजीयन व निवास अनुशंसा करने वाले जिले में ही होना अनिवार्य है तथा संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम या कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार के विकास आयुक्त(हस्तशिल्प) कार्यालय में पंजीकृत हो। 

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