KHABAR AAPTAK ( NEWS INDIA)
ब्यूरो सुनील नगेले शिवपुरी
घोटालेबाज बैंक नहीं लौटा रहा पैसे : दो पिताओं को बेटी की शादी लिए और एक पीटीआई को पत्नी के उपचार के पैसों की जरुरत, कलेक्टर से शिकायत
शिवपुरी जिले के सहकारिता बैंक में हुए 100 कऱोड़ से ज्यादा के घोटाले का दंश जिले की जनता झेल रही हैं। आज जिले के अलग अलग स्थानों के रहने वाले तीन पीड़ितों ने आज जिला मुख्यालय पर आयोजित जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराते हुए बैंक में जमा पैसा दिलाये जाने की मांग की हैं। दो पिता अपनी बेटियों के शादी के कार्ड लेकर पहुंचे वहीँ एक पति को पत्नी के इलाज के लिए पैसों की जरुरत हैं। लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिल पा रहे हैं।
6 फरवरी को बेटी की शादी, बैंक नहीं दे रहा पैसे -
शिवपुरी शहर के बड़ौदी क्षेत्र के रहने वाले राज कुमार कसेरा ने बताया कि बेटी की शादी के लिए 8 लाख की एफडी की थी। जिनकी मियाद तीन साल पहले पूरी हो चुकी हैं। बेटी की शादी 6 फरवरी को होनी हैं। लेकिन बैंक जमा पैसे नहीं लौटा रहा हैं। पैसा न मिलने पर बेटी की शादी होना मुनासिब नहीं हैं। अगर पैसा नहीं मिला तो शादी टूट भी सकती है।
14 फरवरी को बेटी की शादी, बैंक नहीं दे रहा पैसे -
पिछोर तहसील के तिंघारी गांव के रहने वाले राम सिंह पाल ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी के लिए 49 - 49 हजार रूपये की चार एफडी सहकारिता बैंक में की थी। जिनकी मियाद भी पूरी हो चुकी हैं। 14 फरवरी को उसकी बेटी की शादी होनी हैं। शादी के कार्ड बट चुके हैं। लेकिन बैंक जमा पैसों को देने को तैयार नहीं हैं। वह हार्ट पेसेंट भी हैं। ऐसे में पैसों के अभाव में अगर बेटी की शादी टूटती हैं। तो उसे व उसके परिवार को गंभीर कदम उठाने को मजबूर होना पडेगा।
पत्नी ले इलाज को चाहिए पैसे -
पिछोर तहसील के उमरीकला गांव के रहने वाले कमल सिंह लोधी ने बताया कि सहकारिता बैंक में उसके 4 लाख 80 हजार रूपये जमा हैं। लेकिन बैंक पैसा नहीं दे रहा हैं। इधर उसकी पत्नी बिमारी से ग्रसित हैं। डॉक्टर ने भोपाल-ग्वालियर इलाज कराने के लिए लिखा हैं। लेकिन पैसे ना होने के चलते वह अपनी पत्नी को इलाज के लिए जिले से बाहर नहीं ले जा पा रहा हैं। ऐसे उसकी पत्नी की दिन प्रतिदिन तबियत भी बिगड़ रही हैं।
सैकड़ों लोग परेशान -
सहकारिता बैंक खाता धारकों को आज बिमारी का इलाज कराने के लिए पैसा चाहिए तो किसी को अपनी बेटी की शादी करने के लिए पैसों की जरुरत हैं। लेकिन उनकी जमा पूंजी को बैंक लौटाने को तैयार नहीं हैं। इसकी लगातार शिकायतें कलेक्टर से की जा रही हैं। लेकिन घोटाले के बाद बैंक को फंड उपलब्ध ना होने के चलते बैंक उपभोक्ताओं के पैसा लौटाने की स्थति में नहीं हैं। सहकारिता बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले के मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सीएम मोहन यादव से मदद के लिए पत्र लिख चुके हैं। लेकिन फिलहाल इस बैंक के उपभोक्ताओं को राहत नहीं मिली हैं।
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