KHABAR AAPTAK NEWS INDIA
प्रधान संपादक साहिल खान
दतिया ब्यूरो दीपक श्रीवास्तव
रिपोर्टर रामलाल गौतम
नशा निवारण दिवस पर संगोष्ठी
धर्म और आस्था समाज को नशा मुक्ति बनता है
दतिया-समाज में व्याप्त नशे की लत से नशा करने वाला व्यक्ति स्वयं तो पीड़ित रहता ही है साथ में उसका परिवार भी नष्ट होने की कगार पर पहुंच जाता है जीवन में कभी भी किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए
उक्त विचार विधिक सेवा प्राधिकरण अधिकारी सुश्री विभूती तिवारी जी ने समर्पण नशा मुक्ति केंद्र पर विश्व नशा निवारण दिवस के अवसर आयोजित विधिक सहायता शिविर संगोष्ठी में व्यक्त किये प्रारंभ में ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से नशा मुक्ति हेतु जबलपुर नालसा से नशा मुक्ति हेतु टीवी पर जागरूकता फिल्म दिखाई गई तत्पश्चात सुश्री विभूति जी ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति जिंदा लाश की तरह होता है वह अपनी शुद्ध बुद्ध को देता है शरीर में आने का अनेक बीमारियां अपना घर कर लेती हैं इसीलिए हमें आज के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए अति आवश्यकता है सभी युवाओं को जागरूक करें यह सब सर पर सामाजिक न्याय से विनोद मिश्रा जी ने कहा कि पुराणों में भी लिखा है कि नशा असुर प्रवृत्ति को जन्म देता है जैसे की नाल नार कुंवर ने नारद जी को परेशान कर दंड पाया था किसी भी प्रकार का नशा अपने जीवन के लिए हानिकारक है ऐसे असुर रूपी नशे का दहन करना ही आवश्यक है कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ राज गोस्वामी जी ने कविता के माध्यम से युवाओं को नशा न करने की सलाह दी इसके इसके तदुपरांत नशा मुक्ति में पधारे हितग्राहियों एवं सहकर्मियों ने नशे से दूर रहने की शपथ ली कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र दुवे सामाजिक न्याय विभाग ने किया आभार व्यक्त समर्पण नशा मुक्ति के संचालक संजय भार्गव द्वारा किया गया

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