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प्रधान संपादक साहिल खान
दतिया ब्यूरो दीपक श्रीवास्तव
दतिया: भारतीय शिक्षण मण्डल और शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दतिया द्वारा व्यास पूजन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भारतीय ज्ञान परंपरा मे गुरुकुल शिक्षा पद्धति विषय पर ब्याख्यान का आयोजन किया गया l कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के पूजन से हुई l आमंत्रित अतिथियों का स्वागत साल और श्रीफल भेंट कर किया गया l स्वागत भाषण महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ शिव सिंह के द्वारा दिया गया l कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन हिंदी विभाग के डॉ राहुल श्रीवास्तव ने किया l मुख्य अतिथि के रूप मे भारतीय शिक्षण मण्डल मे प्रकाशन प्रमुख मध्य भारत प्रांत से डॉ स्वाति पेंडसे जी रही l उन्होंने भारतीय शिक्षण मण्डल की कार्यप्रणाली और व्यास पूजा के महत्व पर प्रकाश डाला l उन्होंने शिक्षा मे किस प्रकार से भारतीयता लाने का कार्य शिक्षण मण्डल के द्वारा किया जा रहा है के बारे मे विस्तार से चर्चा की l मुख्य वक्ता के रूप मे भारतीय शिक्षण मण्डल मध्य भारत प्रांत मे प्रांत सह मंत्री का दायित्व निभा रहे पियूष ताम्बे ने कनेरी मठ गुरुकुल मे बिताए अपने समय के अनुभव साझा किये l उन्होंने कहा गुरुकुल व्यवस्था एक ऐसी सुव्यवस्था है जहाँ यह सिखाया जाता है कि जीवन मे क्या करणीय है क्या अकरणीय l उन्होंनें कहा कि पूर्व जन्म के पुण्य जब तीन गुना हो जाते है तब हमे शिक्षक के रूप मे कार्य करने का अवसर मिलता है l अध्यक्षीय उद्बोधन मे संस्था के प्राचार्य डॉ डी आर राहुल ने अपनी बुंदेली कविताओं के माध्यम मनुष्य के जीवन मे गुरु के महत्व पर प्रकाश डाला l भारतीय शिक्षण मण्डल के ध्येय श्लोक एवं ध्येय वाक्य का वाचन क्रमश: डॉ सौरभ पांडेय और एम. चंद्रशेखर ने किया l उपस्थित सभी अतिथियों, शैक्षणिक स्टाफ एवं विद्यार्थियों का आभार हिंदी विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ इला द्विवेदी ने किया l इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त शैक्षणिक स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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