*धर्म परिवर्तन की मांग को लेकर घेरा कलेक्ट्रेट नही होने दी मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना पांच हजार लोगो का भंडारा हुआ विफल*
शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने बाले ग्राम मनपुरा मे कुछ दवंगो मंदिर मे माता सरस्वती की मूर्ति की
नही होने दी वंहि चार से पांच हजार लोगों का भंडारा भी नहीं होने दिया,जिसके बाद आज वंशकर समाज के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे जहाँ उन्होंने धर्म परिवर्तन की और दवंगो पर कार्यबाही की मांग की।
जानकारी के अनुसार विजय बराहर पुत्र चतुर्भुज बराहर निवासी ग्राम मनपुरा जिला शिवपुरी के साथ कई ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जँहा उन्होंने कलेक्ट्रेट का घेराव किया और धर्म परिवर्तन की मांग की .विजय ने बताया की 21 मई 2०23 को भंडारा एवं माँ सरस्वती की मूर्ति की स्थापना होनी थी.जिसके चलते महंत ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री श्री 100 महंत श्री आनंद गिरी एवं एस डी एम पिछोर ने संयुक्त रुप से सहमति प्रदान की थी.थाना भोंती को सूचित को सूचित कर गांव मे शांतिपुर्वक तरीके से करने का आदेश दिया था.चार से पांच हजार लोगों का भंडारा भी किया गया था ,इसी के चलते गांव के कुछ स्वर्ण जाति के उपद्रव लोगों ने मूर्ति मंदिर परिसर के बाहर जैसे ही आई पुजारी पवन कोटिया ने मंदिर का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया ,हम समाज बंधु व भगवान के प्रति आस्था रखने बाले लोगों ने आग्रह किया पुलिस प्रशासन ने पुजारी को समझाया लेकिन पुजारी ने किसी की बात नहीं मानी दवंग लोगों को बुला लिया हम लोगों को अपमानित किया गया वही समाज भगवान के प्रति आस्था रखने बाले और सनातन हिन्दु धर्म को मानने बाले धार्मिक धर्म मे आस्था रखने बाले लोगों को ठेस पहुंची है ।इसके चलते थाना प्रभारी भोंती एवं तहसीलदार के कहने पर शांतिपुर्वक कानून का सम्मान करते हुए घर बापिस आ गए थे।इसी करण से आहत होकर हम सभी लोग धर्म परिवर्तन की मांग लेकर जिला कलेक्ट्रेट पहुँचे .जँहा उन्होंने कलेक्ट्रेट का घेराव किया और नारेबाजी की वही विजय ने बताया की उसके पिता को जाति सूचक गालिंया कुछ दबंग लोगों ने दी है ।हिन्दु धर्म मे होने के बाद भी हमे मंदिर और पूजा से अछूत रखा जाता है,इसी करण से सभी ने आज कलेक्ट्रेट पहुँच करधर्म परिवर्तन और दवंगो पर कार्यबाही की मांग की है।और उन्होने कहा है कि प्रशासन को बताने के बाद भी हम धार्मिक कार्य करने मे असमर्थ रहे ,दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यबाही कि जाकर हमें न्याय दिलाया जाए ,ताकि हम लोगों को धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर न होना पड़े। ?
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