पी डब्लू डी 7 करोड़ के घोटाले का क्या।?

KHABAR AAPTAK{NEWS INDIA}
प्रधान संपादक: साहिल खान


 शिवपुरी: पी डब्लू डी 7 करोड़ के घोटाले में अभी तक क्यों नहीं की गई, घोटाले में लिप्त अधिकारियों की गिरफ़्तारी,कही ऐसा तो नहीं घोटाले की लीपा पोती की जा रही हो इस लिए घोटाले में लिप्त विभाग के इतने कर्मचारियों मै से आज तक किसी को भी क्यों गिरफ्तार नहीं किया क्या करण है। 
 
पी डब्लू डी 7 करोड़ का घोटाला पहले तो जिला कलेक्टर के संज्ञान में आया, तो विभागीय पूछताछ के बाद पता चला की पी डब्लू डी विभाग के कर्मचारी ही घोटाले में लिप्त पाए गए।
 
एफ आई आर 
पी डब्लू डी घोटाले की एफ आई आर थाना कोतवाली में विभाग के ही कर्मचारी के द्वारा की गई, 26/03/2025 ओर एफ आई आर मै विभाग के ही उच्च पद पर आसीन कर्मचारियों एवं प्राइवेट ठेकेदार द्वारा लगाया गया कंप्यूटर ऑपरेटर ओर कई विभाग से भार के लोगो के नाम एफ आई आर मै दिए गए है, एफ आई आर मै जिन लोगों के नाम है, वो तक़रीबन 12 से 15 लोगों के है। 
 
पुलिस की कार्यवाही 
 घोटाले की एफ आई आर होने के बाद पुलिस हरकत में आई और जांच पड़ताल शुरू की ओर जो दोषी है, उन को पकड़ने में जुट गई,ओर पुलिस को दोषियों मै से एक को पकड़ने में सफलता भी मिली, 
 सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर घोटाले मै जिन दोषियों के नाम थे, उनमें से पुलिस ने प्राइवेट ठेकेदार के द्वारा लगाए गए , कंप्यूटर ऑपरेटर गौरव श्रीवास्तव जो कि 80% विकलांक है को दिनांक 7 अप्रैल 2025 को  पोहरी रोड सेंटचाल्स स्कूल के पास  पानी के प्लांट से गिरफ्तार किया, 

 सवाल 
 फिर ऐसा क्या हुआ कि पुलिस को आज तक इस घोटाले के दोषियों को पकड़ने में सफलता हाथ नहीं लगी,क्या इसलिए की विभाग के बड़े पदों पर आसीन अधिकारी थे, जिन तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाए क्या ठेकदार के द्वारा लगाए कंप्यूटर ऑपरेटर जो की 80% विकलांक है, को पकड़ के घोटाले को ठंडे बस्ते में डाल दिया, ?
 
सोचने लायक बात 
सारा घोटाला कलेक्टर साहब के संज्ञान में होना ओर कलेक्टर साहब के ही द्वारा इस घोटाले की 
 जांच की जिम्मेवारी शिवपुरी पुलिस को ना देते हुए पोहरी एस डी ओ पी को सौंपी गई,जिससे निष्पक्षता से जांच हो ओर घोटाले के सारे दोषियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाए। डी एम साहब ने जो विश्वास के साथ पोहरी एस डी ओ पी को घोटाले की कमान सौंपी जिससे जल्द से जल्द दोषियों को सजा मिल सके।
 पर पी डब्लू डी घोटाले में जो दोषी पाए गए उन पर एफ आई आर हुए तकरीबन दो माह होने को है। ओर पोहरी एस डी ओ पी साहब ने अभी तक सिर्फ प्राइवेट ठेके पर लगे कंप्यूटर ऑपरेटर  जो कि 80% विकलांक है, को ही गिरफ्तार किया, ऑपरेटर के अलावा ओर जो आरोपी है, विभाग के ही अधिकारी जिन के नाम एफ आई आर मै है उनमें से आज तक किसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया पोहरी एस डी ओ पी साहब ने ,
इससे तो यही प्रतीत होता है, की डी एम साहब ने जो पोहरी  एस डी ओ पी साहब पर विश्वास दिखाया वो कही ना कही अधूरा रह गया। 

 सूत्रों के हवाले से जो भी जानकारी हमे मिलती रहेगी वो इस पी डब्लू डी विभाग के घोटाले की जानकारी पाठकों  तक पहुंचाते रहेंगे और पाठकों को केस से अवगत कराते रहेंगे।

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